विरला
"हकीम-ए-मोहब्बत होता है कोई-कोई
दर्द देते हैं सभी दवा देता है कोई-कोई
मुझसे मत पूछो मेरी मोहब्बत का सिला
ऐसी मोहब्बत भी तो करता है कोई-कोई
दिल तो सभी के पास होता है लेकिन जो
औरों के लिए धड़के वो होता है कोई-कोई
सड़कें हैं तमाम, रास्ते भी हैं कई पर जो
मंज़िल से मिले वो रास्ता होता है कोई-कोई
खुशियाँ चाहते हैं सभी और उन्हें पाते भी हैं
जो सिर्फ़ ग़म अपनाए वो होता है कोई-कोई"
नीता पाठक
https://nitapathak1909-hindi.blogspot.com
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