प्यारी चिड़िया
मेरी प्यारी चिड़िया बैठ तो गई है
मेरी गोद में लेकिन छटपटाती हुई
उसके कांपते हुए पंख से खून का बहना देख
आँसू निकल आए हैं मेरे
कैसे कहूँ तेरे दर्द को पहचाना है मैंने
तू घबरा मत मैं हूँ तेरी
तुझे सँभालने को, देखभालने को
आ, मेरी उँगलियों पर
बैठ
और कोई दर्द भरा गीत सुना
सुना कि तेरा हाल क्या है
ओ, नन्ही चिड़िया
मुझसे बातें कर
ढेर सारी बातें कर
धीरे-धीरे रात हुई
मैं नींद में खो गई
सुबह देखा वो नहीं थी
शायद उड़ गई थी
मगर एक ख़ूबसूरत पंख
निशानी के रूप में देकर
ओ मेरी प्यारी चिड़िया !
तू फिर आना
जब तुझे मेरी ज़रूरत हो।
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